दुःख की यह घड़ी है विपदा आन पड़ी है, सब विपदाओं से लड़ना होगा कदम मिलाकर चलना होगा| लोकतंत्र की काया है राजनीति की माया है, दुष्टों को अब दलना होगा कदम मिलाकर चलना होगा| चाहे पढ़ लें वेद रामायण या कर लें सारे सुर गायन, छलियों को अब छलना होगा कदम मिलाकर चलना होगा| […]
कदम मिलाकर चलना होगा